sahinta संहिता
संहिता स्कन्ध के स्वरूप मे ग्रहो की गति, वर्ष लक्षण, तिथि, दिन, नक्षत्र, योग, करण, मूहूर्त, सूर्यक्रान्ति, ग्रहगोचर, चन्द्रमा और ताराबल लग्न और ऋतु दर्शन, गर्भाधान, पुंसवन, जातकर्म, नामकरण, अन्नप्राशन, चूडाकरण, कर्णवेध, उपनयन, मौंजीबन्धन, वेदारम्भ, समावर्तन, विवाह, प्रतिष्ठा, गृहलक्षण, यात्रा, गृहप्रवेश आदि अनेक मुहूर्त आदि वर्णित है।