Akash Ganga Paying Guest (A/C) only for Girls, #1108, Sec 13, Kurukshetra-136118
यजुर्वेद
'वेद' दीर्घकाल तक भारतीय जन-जीवन के अंग रहे हैं। आज यह समझा जाता है कि भारतीय जन-जीवन भी वेद विज्ञानं से बहुत दूर जा पड़ा है; किन्तु 'यजुर्वेद' वेद का एक ऐसा प्रभाग है, जो आज भी जन-जीवन में अपना स्थान किसी न किसी रूप में बनाये हुए है। देव-संस्कृति के अनुयायी पश्चिम सभ्यता से कितने भी प्रभावित क्यों न हो गए हों, जन्म से लेकर विवाह एव्वं अंत्येष्टि तक संस्कारपरक कर्मकांडों के अधिकांश मन्त्र यजुर्वेद के ही हैं। उनकी मन्त्र शक्ति एवं प्रेरणाओं का संपर्क भारतीय जन-जीवन के साथ निरंतर बना हुआ है।